Navratri Day 3 2025:
भारत में नवरात्रि का पर्व अत्यंत धूमधाम और श्रद्धा से मनाया जाता है। नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि का तीसरा दिन मां चंद्रघंटा को समर्पित है। इस दिन साधक मां की पूजा करके साहस, शांति और समृद्धि की प्राप्ति करता है।
इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे:
Navratri Day 3 की तिथि और शुभ मुहूर्त
मां चंद्रघंटा का स्वरूप और महत्व
पूजा विधि और मंत्र
इस दिन के फायदे
FAQs

Navratri Day 3 2025 तिथि और शुभ मुहूर्त:
तारीख: 24 अक्टूबर 2025
पंचांग अनुसार: आश्विन मास, शुक्ल पक्ष, तृतीया तिथि
पूजा मुहूर्त:
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:35 – 05:23
- अमृत काल: सुबह 09:11 – 10:57
- विजय मुहूर्त: दोपहर 02:14 – 02:02
👉 इस समय मां चंद्रघंटा की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है।
मां चंद्रघंटा का स्वरूप
मां चंद्रघंटा का स्वरूप अत्यंत भव्य और वीरतापूर्ण है।
इनके माथे पर अर्धचंद्राकार घंटा सुशोभित रहता है।
ये सिंह पर सवार रहती हैं।
इनके दस हाथ हैं, जिनमें अस्त्र-शस्त्र और कमल हैं।
इनका रूप भक्तों को शांति और शौर्य दोनों प्रदान करता है।
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मां चंद्रघंटा की विशेषताएँ
भक्तों को निडर बनाती हैं।
साधक को आंतरिक और बाहरी शांति प्रदान करती हैं।
भय और संकटों से रक्षा करती हैं।
घर-परिवार में सुख-समृद्धि का संचार होता है।
मां चंद्रघंटा की पूजा विधि
नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा इस प्रकार करें:
सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
पूजा स्थल पर मां चंद्रघंटा की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें।
गंगाजल से शुद्धिकरण करें।
मां को लाल रंग के फूल, अक्षत, सिंदूर और फल चढ़ाएँ।
धूप-दीप जलाकर मंत्र जप करें।
नैवेद्य और प्रसाद अर्पित करें।
आरती करके परिवार और भक्तों में प्रसाद बांटें।
मां चंद्रघंटा के मंत्र
मूल मंत्र:
👉 ॐ देवी चन्द्रघण्टायै नमः।
स्तोत्र मंत्र:
👉 पिण्डजप्रवरारूढ़ा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यं चंद्रघण्टेति विश्रुता॥
इन मंत्रों का जप करने से जीवन में साहस और शांति दोनों का संचार होता है।
मांचंद्रघंटाआरती:
जय मां चंद्रघंटा सुख धाम।
पूर्ण कीजो मेरे सभी काम।
जय मां चंद्रघंटा सुख धाम।
पूर्ण कीजो मेरे सभी काम।
क्रोध को शांत करने वाली।
मीठे बोल सिखाने वाली।
मन की मालक मन भाती हो।
चंद्र घंटा तुम वरदाती हो।
सुंदर भाव को लाने वाली।
हर संकट मे बचाने वाली।
हर बुधवार जो तुझे ध्याये।
श्रद्धा सहित जो विनय सुनाएं।
मूर्ति चंद्र आकार बनाएं।
सन्मुख घी की ज्योत जलाएं।
शीश झुका कहे मन की बाता।
पूर्ण आस करो जगदाता।
कांची पुर स्थान तुम्हारा।a
करनाटिका में मान तुम्हारा।
नाम तेरा रटू महारानी।
भक्त की रक्षा करो भवानी।
मां चंद्रघंटा के पूजन के लाभ
शत्रुओं का नाश होता है।
जीवन में साहस और आत्मविश्वास बढ़ता है।
सभी प्रकार की बाधाओं का अंत होता है।
आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है।
परिवार में शांति और समृद्धि आती है।
Navratri Day 3 का महत्व
नवरात्रि का तीसरा दिन साधना और साधक दोनों के लिए विशेष है। इस दिन की पूजा से भक्तों को धैर्य, निडरता और आंतरिक शक्ति प्राप्त होती है। माना जाता है कि मां चंद्रघंटा साधक के सभी भय दूर करती हैं और उसके जीवन में सफलता का मार्ग प्रशस्त करती हैं।
व्रत कथा (संक्षेप में)
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, राक्षसों का संहार करने के लिए मां दुर्गा ने तीसरे दिन मां चंद्रघंटा का रूप धारण किया। इस रूप में वे असीम शक्ति और वीरता की प्रतीक बनीं और असुरों का नाश किया।
क्या न करें तीसरे दिन
इस दिन गुस्सा न करें।
मांस-मदिरा से परहेज़ करें।
किसी को अपमानित न करें।
आलस्य और क्रोध से दूर रहें।
निष्कर्ष
Navratri Day 3 2025 का दिन मां चंद्रघंटा की पूजा और साधना के लिए अत्यंत शुभ है। इस दिन की पूजा से जीवन में साहस, शक्ति और सुख-समृद्धि आती है। अगर आप अपने जीवन से भय और नकारात्मकता को दूर करना चाहते हैं तो इस दिन श्रद्धा और भक्ति से मां चंद्रघंटा की आराधना अवश्य करें।
FAQs – Navratri Day 3 2025
Q1. नवरात्रि के तीसरे दिन किस देवी की पूजा होती है?
👉 मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है।
Q2. Navratri Day 3 2025 की तिथि कब है?
👉 24 अक्टूबर 2025
Q3. मां चंद्रघंटा का वाहन क्या है?
👉 सिंह।
Q4. मां चंद्रघंटा के मंत्र क्या हैं?
👉 “ॐ देवी चन्द्रघण्टायै नमः।”
Q5. मां चंद्रघंटा की पूजा से क्या लाभ होता है?
👉 भय का नाश होता है, साहस और आत्मविश्वास बढ़ता है, परिवार में सुख-समृद्धि आती है।