Diwali 2025 : तिथि, पूजा मुहूर्त, महत्व और 5 दिवसीय उत्सव की संपूर्ण जानकारी…

Diwali-2025

Diwali 2025:

भारत में हर साल कार्तिक अमावस्या के दिन मनाई जाने वाली दीपावली (Diwali) सबसे बड़ा और रोशनी का पर्व है। यह सिर्फ एक त्यौहार नहीं बल्कि सुख, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का उत्सव है। इस दिन लोग मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा कर धन, सौभाग्य और शांति की कामना करते हैं।

👉Diwali 2025 की खासियत यह है कि यह सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को मनाई जाएगी।

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Diwali 2025

Diwali 2025 की तिथि और मुहूर्त

  • मुख्य दिवाली (लक्ष्मी पूजन): सोमवार, 20 अक्टूबर 2025

  • अमावस्या तिथि प्रारंभ: 20 अक्टूबर 2025, सुबह 02:33 बजे

  • अमावस्या तिथि समाप्त: 21 अक्टूबर 2025, सुबह 04:16 बजे

  • लक्ष्मी पूजन शुभ मुहूर्त: 20 अक्टूबर 2025, शाम 06:12 बजे से 08:11 बजे तक
    (मुहूर्त अवधि – 1 घंटा 59 मिनट)

👉 इस समय पर की गई पूजा को अत्यंत शुभ और फलदायी माना गया है।

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दिवाली केवल हिंदू धर्म का ही नहीं, बल्कि जैन, सिख और बौद्ध धर्म में भी विशेष महत्व रखती है।

  • हिंदू मान्यता: इस दिन भगवान श्रीराम अयोध्या लौटे थे और नगरवासियों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया।

  • मां लक्ष्मी की आराधना: मान्यता है कि कार्तिक अमावस्या की रात मां लक्ष्मी पृथ्वी पर आती हैं और स्वच्छ, रोशनी से जगमग घरों में प्रवेश करती हैं।

  • व्यापारिक महत्व: इस दिन व्यापारी अपने बही-खाते की पूजा कर नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत करते हैं।

Diwali 2025: Celebrate Light, Positivity & Joy

Diwali 2025 के 5 दिन

दिवाली केवल एक दिन का नहीं बल्कि पांच दिवसीय उत्सव है। आइए जानते हैं इन दिनों का महत्व:

धनतेरस – 18 अक्टूबर 2025 (शनिवार)

  • धनतेरस पर धन्वंतरि जयंती भी मनाई जाती है।

  • इस दिन सोना-चांदी, बर्तन या कोई मूल्यवान वस्तु खरीदना शुभ माना जाता है।

2. नरक चतुर्दशी / छोटी दिवाली – 19 अक्टूबर 2025 (रविवार)

  • इसे काली चौदस भी कहा जाता है।

  • इस दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर का वध किया था।

  • घर की साफ-सफाई और दीप सजावट का महत्व है।

3. लक्ष्मी पूजन / मुख्य दिवाली – 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार)

  • दिवाली का सबसे अहम दिन।

  • शाम को शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर की पूजा होती है।

  • घर-घर में दीप जलाए जाते हैं और आतिशबाजी की जाती है।

4. गोवर्धन पूजा – 21 अक्टूबर 2025 (मंगलवार)

  • इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठाकर वृजवासियों को इंद्र के प्रकोप से बचाया था।

  • मंदिरों और घरों में अन्नकूट का आयोजन होता है।

5. भाई दूज – 22 अक्टूबर 2025 (बुधवार)

  • यह भाई-बहन के प्रेम का पर्व है।

  • बहनें अपने भाइयों की लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।

 दिवाली पूजा विधि और सामग्रीDo worship Lakshmi-Ganesh on Diwali | Diwali Puja

 आवश्यक पूजा सामग्री

  • मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमा

  • चावल, रोली, हल्दी, सुपारी

  • फूल (विशेषकर कमल और गुलाब)

  • दीपक, घी या तेल

  • मिठाइयाँ, फल और पंचामृत

  • चांदी या तांबे का कलश

  • नए सिक्के या मुद्रा

 पूजा विधि

  1. सबसे पहले घर और पूजा स्थल की अच्छी तरह से सफाई करें।

  2. शुभ मुहूर्त में कलश स्थापित कर भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की प्रतिमा को रखें।

  3. दीपक जलाएं और गंध, फूल, अक्षत अर्पित करें।

  4. मां लक्ष्मी को कमल का फूल, सिक्के और मिठाई अर्पित करें।

  5. लक्ष्मी मंत्र और गणेश मंत्र का जाप करें।

  6. अंत में परिवार सहित आरती करें और प्रसाद बांटें।

 दिवाली का सांस्कृतिक महत्व

  • दिवाली केवल भारत में ही नहीं बल्कि नेपाल, श्रीलंका, मॉरीशस, थाईलैंड, इंडोनेशिया और अन्य देशों में भी धूमधाम से मनाई जाती है।

  • प्रवासी भारतीय इसे अपने-अपने देशों में मनाकर भारतीय संस्कृति का प्रचार करते हैं।

  • यह पर्व सामाजिक एकता, भाईचारे और सहयोग की भावना को मजबूत करता है।

 Diwali 2025 की खास बातें

  • 2025 में दिवाली सोमवार के दिन है, जो कि शुभ और मांगलिक दिन माना जाता है।

  • इस बार पूजा का समय 2 घंटे के करीब मिलेगा, जिससे सभी परिवारजन आराम से पूजा कर सकेंगे।

  • दिवाली 2025 के साथ ही नया व्यापारिक वर्ष भी शुरू होगा, इसलिए व्यापारी वर्ग के लिए इसका विशेष महत्व रहेगा।

 निष्कर्ष

Diwali 2025 (20 अक्टूबर 2025, सोमवार) को पूरे देश में हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाई जाएगी। यह पर्व केवल दीपक जलाने का ही नहीं बल्कि मन के अंधकार को दूर कर ज्ञान, प्रेम और सकारात्मकता फैलाने का प्रतीक है।

इस दिवाली मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की कृपा से आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहे।

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