Christmas 2025 in Hindi :
क्रिसमस (Christmas) ईसाई धर्म का सबसे प्रमुख और पवित्र त्योहार है। इसे हर वर्ष 25 दिसंबर को पूरी दुनिया में हर्ष और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह दिन प्रभु यीशु मसीह (Jesus Christ) के जन्मदिवस की स्मृति में मनाया जाता है। यीशु मसीह को “ईश्वर का पुत्र” और “मानवता का उद्धारक” माना जाता है, जिन्होंने प्रेम, दया, शांति और क्षमा का संदेश दिया।

क्रिसमस का इतिहास और उत्पत्ति
ईसाई मान्यताओं के अनुसार, लगभग 2000 वर्ष पूर्व बेथलेहम (Bethlehem) नामक स्थान पर यीशु का जन्म हुआ था।
उनकी माता का नाम मरियम (Mother Mary) और पिता का नाम यूसुफ (Joseph) था।
कहा जाता है कि जब यीशु का जन्म हुआ तब आकाश में एक विशेष तारा चमका जिसने तीन विद्वान ज्योतिषियों को उनके जन्मस्थान तक पहुँचाया।
शुरुआती समय में ईसाइयों द्वारा यह पर्व साधारण रूप से मनाया जाता था, लेकिन धीरे-धीरे यह पूरे विश्व का सबसे बड़ा त्योहार बन गया।
“क्रिसमस” शब्द अंग्रेज़ी के Christ’s Mass से बना है, जिसका अर्थ है “मसीह की प्रार्थना सभा”।
क्रिसमस का महत्व
क्रिसमस का मुख्य संदेश है –
प्रेम और भाईचारा
शांति और क्षमा
दान और सेवा
जरूरतमंदों की मदद
यह त्योहार हमें सिखाता है कि मानवता सबसे बड़ा धर्म है।
क्रिसमस कैसे मनाया जाता है?(Christmas 2025 in Hindi)
1. क्रिसमस ट्री सजाना
क्रिसमस ट्री इस पर्व का प्रमुख आकर्षण होता है।
इसे रंग-बिरंगी लाइटों, घंटियों, तारों और उपहारों से सजाया जाता है।
ट्री जीवन और नई शुरुआत का प्रतीक माना जाता है।
2. सांता क्लॉज़ (Santa Claus)
सांता बच्चों का प्रिय किरदार है।
लाल कपड़े और सफेद दाढ़ी वाले सांता उपहार बाँटते हैं।
इन्हें “सेंट निकोलस” भी कहा जाता है।
3. चर्च में प्रार्थना
24 दिसंबर की रात को “क्रिसमस ईव” पर विशेष प्रार्थना होती है।
लोग चर्च में जाकर यीशु मसीह के जन्म की स्मृति में भजन गाते हैं।
4. गिफ्ट एक्सचेंज
इस दिन लोग आपस में उपहार बाँटते हैं।
यह एक-दूसरे के प्रति प्रेम और सद्भाव का प्रतीक है।
5. भोजन और मिठाइयाँ
क्रिसमस पर खास केक (Christmas Cake) और मिठाइयाँ बनाई जाती हैं।
परिवार और मित्र एक साथ मिलकर भोजन का आनंद लेते हैं।
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क्रिसमस के प्रमुख प्रतीक और उनके अर्थ
प्रतीक | अर्थ |
---|---|
क्रिसमस ट्री | जीवन और नई शुरुआत |
तारा | यीशु के जन्म की निशानी |
मोमबत्ती | शांति और प्रकाश |
घंटी | आनंद और शुभ समाचार |
सांता क्लॉज़ | दान और उपहार का प्रतीक |
भारत और दुनिया में क्रिसमस का उत्सव
भारत में क्रिसमस
भारत में क्रिसमस खासकर गोवा, केरल, मिज़ोरम, नागालैंड, मुंबई और दिल्ली जैसे स्थानों पर बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
चर्च सजाए जाते हैं।
लोग एक-दूसरे को केक और ग्रीटिंग कार्ड देते हैं।
गैर-ईसाई लोग भी इसमें शामिल होकर खुशियाँ बाँटते हैं।
विदेशों में क्रिसमस
अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में यह सबसे बड़ा त्योहार है।
वहां क्रिसमस हफ्तों पहले से मनाना शुरू हो जाता है।
शॉपिंग, सजावट और क्रिसमस मार्केट इसकी खास पहचान हैं।
क्रिसमस कैरोल्स और गीत
क्रिसमस पर “कैरोल्स” (भजन) गाए जाते हैं। ये यीशु मसीह के जन्म और उनके संदेश पर आधारित होते हैं।
क्रिसमस का धार्मिक महत्व
क्रिसमस सिर्फ एक त्योहार नहीं बल्कि यह आध्यात्मिक प्रेरणा भी है।
यह हमें अच्छाई के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
यह बताता है कि प्रेम और क्षमा से बड़ी कोई शक्ति नहीं है।
आधुनिक समय में क्रिसमस
आज क्रिसमस केवल धार्मिक पर्व नहीं रहा, बल्कि यह वैश्विक त्योहार बन चुका है।
हर धर्म और समुदाय के लोग इसे मनाते हैं।
कंपनियाँ, स्कूल और संस्थान भी क्रिसमस मनाते हैं।
यह “खुशियों और प्रेम बाँटने” का पर्व है।
निष्कर्ष(Christmas 2025 in Hindi)
क्रिसमस प्रेम, दया और भाईचारे का पर्व है। यह हमें सिखाता है कि इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है।
25 दिसंबर का दिन पूरी दुनिया को यह याद दिलाता है कि अंधकार में भी हमेशा प्रकाश की आशा होती है।
सामान्य प्रश्न FAQs(Christmas 2025 in Hindi)
Q1. क्रिसमस कब मनाया जाता है?
👉 हर साल 25 दिसंबर को।
Q2. क्रिसमस क्यों मनाया जाता है?
👉 यीशु मसीह के जन्म की स्मृति में।
Q3. क्रिसमस का मुख्य आकर्षण क्या है?
👉 क्रिसमस ट्री, सांता क्लॉज़ और उपहारों का आदान-प्रदान।
Q4. क्रिसमस का धार्मिक महत्व क्या है?
👉 यह पर्व प्रेम, क्षमा और शांति का संदेश देता है।
Q5. भारत में क्रिसमस कहाँ सबसे ज्यादा मनाया जाता है?
👉 गोवा, केरल, मिज़ोरम, नागालैंड और बड़े शहरों में।
निष्कर्ष
क्रिसमस प्रेम, दया और भाईचारे का पर्व है। यह हमें सिखाता है कि इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है।
25 दिसंबर का दिन पूरी दुनिया को यह याद दिलाता है कि अंधकार में भी हमेशा प्रकाश की आशा होती है।