डोनाल्ड ट्रंप ka ultimatum – Hamas ke liye 3–4 din

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Trump’s Ultimatum to Hamas

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को “3–4 दिन” की समयसीमा देते हुए चेतावनी दी है कि अगर गाज़ा शांति योजना स्वीकार नहीं हुई तो नतीजे बेहद कड़े होंगे, और उन्होंने इसे युद्ध समाप्ति का “बहुत क़रीबी” रास्ता बताया है।
यह 20-सूत्रीय प्रस्ताव इज़रायल के समर्थन के साथ पेश किया गया है और इसमें युद्धविराम, बंधकों की रिहाई, हमास का निरस्त्रीकरण व गाज़ा से चरणबद्ध इज़रायली वापसी जैसे प्रमुख बिंदु शामिल बताए गए हैं।

Kya hua naya( डोनाल्ड ट्रंप )?

डोनाल्ड ट्रंप

व्हाइट हाउस में इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ साझा मंचन के बाद ट्रंप ने कहा कि हमास के पास प्रस्ताव स्वीकार करने के लिए “तीन या चार दिन” हैं, वरना “बहुत दुखद अंत” होगा।timesofindia.indiatimes+1
डोनाल्ड ट्रंप ने पत्रकारों से कहा कि “अरब और मुस्लिम देश तैयार हैं, इज़रायल तैयार है—अब बस हमास की सहमति चाहिए,” और इसी टाइमफ्रेम में जवाब मांग लिया गया है।
फ्रांस 24 और अन्य अंतरराष्ट्रीय आउटलेट्स ने भी इसी अल्टीमेटम की पुष्टि की है, जिससे यह संकेत मिलता है कि अमेरिकी मध्यस्थता पर वैश्विक नज़रें टिकी हुई हैं।

Plan ke key points

  • तुरंत युद्धविराम लागू करना और जमीनी ऑपरेशंस रोकना, ताकि मानवीय राहत और राजनीतिक प्रक्रिया शुरू हो सके।

  • सभी शेष बंधकों की रिहाई के बदले इज़रायल में बंद फ़िलिस्तीनी कैदियों की विनिमय व्यवस्था करना।

  • हमास का निरस्त्रीकरण/हथियार छोड़ना और गाज़ा में उसकी शासन भूमिका का अंत करना प्रस्ताव का केंद्र है।

  • इज़रायली बलों की गाज़ा से चरणबद्ध वापसी और पुनर्निर्माण के लिए स्पष्ट मानवीय व पुनर्बहाली प्रतिज्ञाएँ जोड़ना।

  • “ट्रांज़िशनल अथॉरिटी” के स्वरूप पर रिपोर्टें अलग-अलग हैं—कुछ में इसे ट्रंप-नेतृत्व वाला बताया गया, जबकि रॉयटर्स के अनुसार इसे एक अंतरराष्ट्रीय इकाई सुपरवाइज़ कर सकती है।

Warning aur deadline

डोनाल्ड ट्रंप ने वर्जीनिया के क्वांटिको में सैन्य अधिकारियों के बीच कहा कि “हमारे पास बस एक सिग्नेचर बाकी है, और अगर वह नहीं हुआ तो वह ‘नर्क में कीमत चुकाएगा’,” जो अल्टीमेटम की सख्ती दिखाता है।
उन्होंने यह भी दोहराया कि अस्वीकार की स्थिति में अमेरिका, इज़रायल को “काम पूरा करने” के लिए पूरा समर्थन देगा—यह संदेश डी डब्ल्यू और अन्य रिपोर्टों में भी उभरा।
वियॉन की रिपोर्टिंग में इसे “3–4 दिन” की सख्त समयसीमा के साथ “न्यू गाज़ा” प्लान के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जिसमें अस्वीकृति पर कड़े कदमों के संकेत हैं।youtube

Hamas ki pratikriya

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमास के भीतर प्रस्ताव पर विचार-विमर्श जारी है और दोहा में क़तर, मिस्र व तुर्की मध्यस्थों के साथ बैठकें हुई हैं।timesofindia.indiatimes+1
टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि कुछ धड़े निरस्त्रीकरण और कैडर निष्कासन से जुड़े क्लॉज़ में संशोधन चाहते हैं, जबकि आधिकारिक जवाब “2–3 दिन” में देने की बात कही गई।timesofindia.indiatimes
न्यूज़वीक की रिपोर्ट में यह भी इशारा है कि हमास की प्रारंभिक रुख़ाई प्रस्ताव के लिए चुनौती बन सकती है, हालांकि औपचारिक स्टैंड की प्रतीक्षा बनी हुई है।newsweek

Antarrashtriya pratikriya

नेतन्याहू ने खुले तौर पर योजना का समर्थन किया है और इसे युद्ध समाप्ति के “क़रीबी” समाधान के रूप में पेश किया है।bbc+1
डोनाल्ड ट्रंप के दावे के अनुसार अरब व मुस्लिम देशों का व्यापक समर्थन है, जबकि भारतीय और अन्य अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भी कई देशों की सकारात्मक प्रतिक्रिया का ज़िक्र किया है।
वियॉन की कवरेज में संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और रूस द्वारा स्वागत का उल्लेख आया है, जिससे कूटनीतिक बैकिंग का दायरा बढ़ता दिखता है।

अगर हमास प्रस्ताव मान लेता है तो तुरंत युद्धविराम, बंधक-विनिमय और चरणबद्ध वापसी की राह खुलेगी, जो गाज़ा पुनर्निर्माण और प्रशासनिक संक्रमण के लिए ज़मीन तैयार करेगी।
अस्वीकृति की स्थिति में व्हाइट हाउस लाइन यह है कि इज़रायल को सशक्त समर्थन के साथ कड़ी कार्रवाई की छूट होगी, जिसकी स्पष्ट चेतावनी “बहुत दुखद अंत” और “pay in hell” जैसे बयानों में दर्ज है।
तत्काल फोकस “3–4 दिन” की विंडो पर है, जिसके भीतर हमास की औपचारिक प्रतिक्रिया, भविष्य की सैन्य-राजनीतिक दिशा तय करेगी।

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